



रीवा में रिश्वत का बजट: रिटायर्ड फौजी कैश और ज्वैलरी से भरी अटैची लेकर पहुंचा कलेक्ट्रेट, कहा– “जो भी मेरा काम करवा दे, ये सब ले ले”
भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी हैं, इसका एक चौंकाने वाला मामला रीवा जिले से सामने आया है। यहां एक रिटायर्ड फौजी ने सरकारी दफ्तरों के लचर कामकाज और भ्रष्ट तंत्र से परेशान होकर ऐसा कदम उठाया, जिसने पूरे प्रशासन को झकझोर कर रख दिया।
बीती दोपहर रिटायर्ड फौजी अटैची लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा हुआ था। अटैची में नकदी और सोने-चांदी के गहने रखे थे। फौजी का कहना था कि “मेरा काम महीनों से अटका पड़ा है। हर जगह भटकाया जा रहा हूं। बिना रिश्वत के काम नहीं होता, तो लो, मैं खुद रिश्वत लेकर आया हूं। जो भी मेरा काम करवा दे, ये सब उसी का।”
लोग यह देख कर हैरान रह गये, अफसरों में मचा हड़कंप
यह नज़ारा देखने वालों के लिए अविश्वसनीय था। आसपास मौजूद लोग वीडियो बनाने लगे और यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। कुछ ही देर में प्रशासन हरकत में आया और मौके पर अधिकारी पहुंचे। फौजी की अटैची जब्त कर ली गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़ित फौजी योगेश कुमार तिवारी पिछले कई महीनों से ज़मीन संबंधी किसी कार्य के लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहा था। अधिकारियों पर लापरवाही और बार-बार फाइल अटकाने के आरोप लगाए गए हैं। थककर उसने यह अनोखा तरीका अपनाया ताकि भ्रष्टाचार पर खुलकर प्रहार किया जा सके।